डुमरियागंज में बनेगा चित्रगुप्त मंदिर, दिनेश श्रीवास्तव उर्फ छोटे की अगुवाई में कायस्थ महासभा की बैठक में हुआ फैसला
April 8, 2018 1:35 pm
जीएच क़ादिर की रिपोर्ट
डुमरियागंज- सिद्धार्थनगर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की रविवार को एक बैठक तहसील मुख्यालय के बंधन मैरिज हाल में संपन्न हुई । इस अवसर पर कायस्थ समाज के बहुत से लोग उपस्थित हुए । बैठक में कायस्थ समाज की विभिन्न समस्याओं पर वृहद चर्चा हुई और राजनीति में उनके उचित स्थान की भी मांग की गई । इस बैठक के मुख्य कर्ता-धर्ता दिनेश श्रीवास्तव उर्फ छोटे रहे । बैठक में डुमरियागंज में चित्रगुप्त मंदिर के निर्माण की भी रूपरेखा तैयार की गई ।बैठक को कायस्थ महासभा डुमरियागंज इकाई के अध्यक्ष विनोद कुमार उर्फ पप्पू श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ समाज में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं जिसको तत्काल प्रभाव से मिल मिल बैठकर हल किया जाए । गरीबों को उनको उचित कार्यों से जोड़ने में सहयोग दिया जाए और शिक्षा में वर्तमान परिवेश को देखते हुए महत्वपूर्ण सभी का योगदान होना चाहिए । वही इस अवसर पर बोलते हुए कायस्थ महासभा के महामंत्री दिनेश श्रीवास्तव उर्फ छोटे ने कहा कि कायस्थ महासभा की बैठक का आयोजन करने का उनका उद्देश्य यह है कि यह समाज अपने स्वर्णिम काल को प्राप्त करने के लिए एकजुट हो जाएं । अगर एकजुट हो जाएं तो उन्हें भी राजनीति में उचित स्थान मिलेगा । इस समाज को कमोबेश किसी भी पार्टी ने उचित स्थान उपलब्ध नहीं करवाया है । उन्होंने यह भी कहा कि कायस्थ समाज कई सामाजिक समस्याएं जिसे आपस में मिल बैठकर हल किया जा सकता है । जिससे समाज का भला हो सकता है । इस अवसर पर डुमरियागंज में चित्रगुप्त मंदिर की स्थापना की बात उठी तो महेश श्रीवास्तव ने तहसील मुख्यालय पर जमीन देने की बात कही जिस पर बैठक में मौजूद सभी लोगों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया ।
यहां उपस्थित कायस्थ समाज के लोग ने उक्त मंदिर में अपना हर प्रकार का योगदान देने की बात कही और महेश श्रीवास्तव की जमकर सराहना की गई । इस बैठक में मुख्य रुप से सत्यप्रकाश श्रीवास्तव,कृष्ण मोहन श्रीवास्तव,अवधेश श्रीवास्तव, भोला श्रीवास्तव, विष्णु श्रीवास्तव,रमेश चन्द्र श्रीवास्तव,बबलू श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, डेज़ी श्रीवास्तव,संतोष श्रीवास्तव,रामकुमार श्रीवास्तव आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही । कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिप्रकाश श्रीवास्तव और संचालन रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने किया ।