बड़ी उपलब्धि : गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में होमियोपैथिक डॉक्टर भाष्कर शर्मा का नाम हुआ दर्ज,सिद्धार्थनगर में खुशी की लहर
October 11, 2018 4:40 pm
होम्योपैथी के सिरमौर बने भास्कर रचा इतिहास
विश्व के पहले होम्योपैथिक चिकित्सक जिनके नाम दर्ज हुआ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
यह रिकॉर्ड्स होम्योपैथी के सबसे लंबे अध्याय के लिए मिला
सिद्धार्थनगर : जीत जीत का कारनामा बनती है बशर्ते पूरी शिद्दत से लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाए जा और सुनियोजित ढंग से अपने कार्य को किया जाए तो फिर राम निश्चित ही ऐतिहासिक होता है बस लक्ष्य तय होने के बाद कठिनाई से भयभीत ना हो ऐसा मानना है विश्व के पहले होम्योपैथिक चिकित्सक का नाम दर्ज हुआ है गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में यह रिकॉर्ड शर्मा द्वारा दुनिया के सबसे लंबे होम्योपैथिक अध्याय (लार्जेस्ट होम्योपैथिक लेशन )के बाचन में 300 लोगों के प्रति भाग करने के लिए बना है।
होम्योपैथी के ऐसे सूर्य कोई और नहीं बल्कि गौतम बुद्ध की पावन नगरी के विश्व प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर भास्कर शर्मा ही है ।जनपद के इटवा तहसील के एक छोटे से गांव बभनी माफी में अध्यापक पिता श्रीराम शर्मा के घर जन्मे भास्कर ने अपनी लगन त्याग और कठिन परिश्रम से जो काम किया है वह उदाहरण है गांव के सरकारी स्कूल से प्राइमरी शिक्षा प्राप्त बालक होम्योपैथी के साहित्य में भी ऐसे धूम मचाए गा जिसके पूरे विश्व में शायद ही किसी ने सोचा था डॉ भास्कर शर्मा अब तक विभिन्न संस्थाओं गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अमेरिका एवरेस्ट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड काठमांडू वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन क्रिएटिव वर्ल्ड रिकॉर्ड काठमांडू वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स प्लानेट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स मार्बल्स बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हाई रेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड्स गैलेक्सी बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स एक्सीलेंस बुक ऑफ रिकॉर्ड्स आसाम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स उत्तर प्रदेश बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स फंटास्टिक बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड चैंपियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र चुके हैं जिनमें 103 दर्ज हैं होम्योपैथी की 98 हैं जबकि हिंदी साहित्य की 56 पुस्तकों का गौरव इन्हें प्राप्त है पूरे विश्व में डॉक्टर भास्कर शर्मा के अलावा कोई ऐसा चिकित्सक नहीं जिसने साहित्य की साधना इतनी शिद्दत से की हो। डॉ भास्कर शर्मा के कड़ी मेहनत का परिणाम इन्हें देश विदेश से प्राप्त सम्मान भी देते हैं ।विभिन्न संस्थाओं से राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार व सम्मान पा चुके हैं जिसमें 84 राष्ट्रीय 183 अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के नए आयाम रहते हैं इनकी प्रतिभा का लोहा मानते हुए कई विश्वविद्यालयों ने होम्योपैथी विभाग में शोध के लिए शोध गाइड नियुक्त कर रखा है। इनमें होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज लंदन बाल बृज विश्वविद्यालय साउथ अफ्रीका आदि प्रमुख है।होम्योपैथी की सर्वोच्च डिग्री धारण करने वाले डॉक्टर भास्कर शर्मा पीएचडी होम्योपैथी टांटिया विश्वविद्यालय राजस्थान से डिग्री प्राप्त कर चुके हैं। इसके अलावा पीएचडी होम्योपैथी ग्लोबल विक्टोरिया यूनिवर्सिटी अमेरिका से पीएचडी होम्योपैथी कामनवेल्थ वोकेशनल यूनिवर्सिटी किंग्डम आफ होगा पीएचडी होम्योपैथी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय महाराष्ट्र डिलीट अमेरिका होम्योपैथी सर की उपाधि महाराष्ट्र से मिल चुका है । केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा होम्योपैथी फार्माकोपिया कमेटी में विशेषज्ञ के रूप में जून वर्ष 2016 को बनाया गया था होम्योपैथी की नामचीन शोध पत्रिकाओं में दर्जनों से अधिक होम्योपैथिक क्लीनिकल शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं गांव ही वातावरण में पले बढ़े भास्कर कलम की मजबूत धार का भी लोहा साहित्य जगत में मनवा रहे हैं इनके साहित्य प्रेम का परिणाम है कि विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्राप्त मानद उपाधि विद्यावाचस्पति विद्यासागर पुणे ऑफ सोशल वर्क पुणे डॉ ऑफ लिटरेचर महाराष्ट्र विद्यासागर विद्यावाचस्पति विहार से मानद उपाधि जिनमें विशेष स्थान रखते हैं हिंदी की सेवा के लिए डॉक्टर भाषा शर्मा प्रतिवर्ष साहित्य सम्मेलन करते हैं जिसमें भारत के अधिकतर राज्यों के साथ साथ ही कई अन्य देशों के साहित्यकारों का जमावड़ा होता है विगत 5 वर्षों में डॉक्टर भास्कर शर्मा ने देश विदेश के साहित्यकारों को सृजन सम्मान से नवाजा है ।