प्रभाव इण्डिया : देश के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में शामिल होगा बटवासिनी माँ काली स्थान : राघवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक
June 23, 2019 2:14 pm
जीएच कादिर
डुमरियागंज-सिद्धार्थनगर । डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के ऐतिहासिक सिद्धपीठ बटवासनी महा काली स्थान गालापुर में एक माह तक चलने वाले वार्षिक मेले का उद्घाटन आज डुमरियागंज के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने किया साथ ही उन्होंने एक धर्मशाला का भी उद्घाटन किया उद्घाटन के बाद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डुमरियागंज तहसील क्षेत्र ही नहीं पूरे भारत में बटवासनी महाकाली स्थान गालापुर प्रसिद्ध है यहां के पर्यटन के विकास के लिए उनके द्वारा प्रयास किया गया जिसके फलस्वरूप 82 लाख रुपया विभाग द्वारा दिया जा चुका है । जिस पर शीघ्र काम शुरू हो जाएगा इसके अलावा पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश ने दो करोड़ रुपया और बजट देने के लिए कहा है जिससे स्थान पर पर्यटन विकास के लिए तो हर काम किए जाएंगे । उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र के जितने भी धार्मिक स्थल हैं सबका विकास हो लेकिन प्रमुख रूप से महा काली स्थान गालापुर उनके लिए प्राथमिकता है । विधायक ने आगे कहा कि स्थान पर आने जाने के लिए सड़क खराब अवस्था में थी , जिसके लिए 5 करोड़ रुपया बजट दिया गया और सड़क का निर्माण हो रहा है । भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि स्थान के विकास के लिए पूरा प्रयास करेंगे । भारत के मानचित्र में स्थान को स्थापित किया जाएगा । इस अवसर पर भनवापुर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि लवकुश ओझा ने कहा कि महाकाली का स्थान बहुत पुराना है । इसका हर स्तर से विकास किया जाएगा । स्थान के व्यवस्थापक ठाकुर प्रसाद मिश्रा ने लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इसके पूर्व हियुवा के प्रदेश प्रभारी एवं विधायक श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने महा काली स्थान पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच फीता काटकर 1 माह तक चलने वाले मेले का उद्घाटन किया । उसके बाद नवनिर्मित ब्राह्मणों के बैठने के स्थान का भी फ़ीता काट कर लोकार्पण किया । इस अवसर पर संजू सिंह, पुरुषोत्तम पांडेय, विनोद मिश्रा,प्रशांत मिश्रा, शिव शंकर पांडेय, देवी प्रसाद मिश्र, दीनानाथ तिवारी, हाफिज सेठ, मुकेश मिश्रा सहित इटवा थाने के सब इंस्पेक्टर रामफल चौरसिया, ओपी गुप्ता, शैलेश सिंह, अशोक यादव, राम ध्यान यादव सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे ।