बस्ती में गायब हुई करोड़ों की लागत से बनी सड़क
October 17, 2016 4:48 pm
बस्ती. कप्तानगंज विकास खंड के मैढ़ोवा गांव के मुखिया ने अपने लिए नायाब तरीका ढूंढ लिया है। उन्होंने एक सड़क एक बार बनाई मगर उसका भुगतान दो बार ले लिया। आज भी यह सड़क ग्रामीणों और जांच अधिकारी को ढुढ़े नहीं मिल रही। कप्तानगंज विकास खंड के मैढ़ोवा गांव में शिकायत की जांच करने पहुंची जांच टीम जब जांच शुरू किया तो उन्हें वह सड़क ही गांव में नहीं मिली जिसका दो बार ग्राम प्रधान ने भुगतान ले लिया है।
गांव में 6 परियोजनाओं को लेकर शिकायत की गई तो डीएम ने तुरंत इस मामले की जांच कराई, जिसमें ग्राम प्रधान अशोक तिवारी द्वारा सरकारी धन की भारी अनियमितता पाई गई और इसकी रिपोर्ट सीडीओ को सौंप दिया गया। मगर खुद को फंसता देख घोटालेबाज प्रधान ने सीडीओ से दोबारा प्रकरण की जांच के लिये पत्र दिया तो टीम एक बार फिर गांव में जांच करने पहुंच गई।
सड़क और मिट्टी के कार्य को सिर्फ कागजों में दिखाकर अलग-अलग मद में ग्राम प्रधान ने 25 लाख से अधिक का पेमेंट निकाल लिया जबकि धरातल पर रत्ती भर भी काम नहीं किया गया। गांव के कुछ जागरूक लोगों ने जब नेट पर गांव के विकास की पड़ताल की तो पता चला कि किस तरह से सरकारी धन का गोलमाल किया गया है।
दो माह पहले एक जांच टीम ने 25 लाख का गबन होना पाया जब कि दोबारा जांच करने पहुंची टीम अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है मगर इतना जरूर जांच अधिकारी ने कहा कि अनियमित्ता की गई लेकिन काम नहीं हुए। ऐसे में स्थलीय सत्यापन करने के बाद वे फाइल से मिलान करेंगे तब प्रधान द्वारा कराये गये कार्यों के बारे में पता चलेगा। बहरहाल जनता के विकास के लिये आने वाले धन को जिम्मेदारो द्वारा ही जब बंदरबाट कर लिया जायेगा तब विकास की परिभाषा बदलेगी।